आजकल, जब भी हमें पैसे उधार लेने होते हैं, चाहे वो घर के लिए लोन हो, गाड़ी के लिए या कोई क्रेडिट कार्ड, तो बैंक और फाइनेंशियल कंपनियाँ सबसे पहले आपका सिबिल स्कोर (CIBIL Score) देखती हैं।
आपका सिबिल स्कोर बताता है कि आप पहले लिए गए लोन (Loan) और क्रेडिट कार्ड बिल (Credit Card Bill) कितनी ईमानदारी से और समय पर चुकाते रहे हैं।
अगर आपका सिबिल स्कोर अच्छा है (आमतौर पर 750 या उससे ज़्यादा), तो आपको लोन आसानी से और अच्छी ब्याज दर (Interest Rate) पर मिल जाता है।
लेकिन क्या होगा अगर आपका कोई सिबिल स्कोर ही न हो?
ऐसा तब हो सकता है जब आपने पहले कभी कोई लोन न लिया हो, न कोई क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल किया हो, या आप अभी-अभी नौकरी करने लगे हों।
ऐसे लोगों को “क्रेडिट न्यू” (Credit New) कहा जाता है। बिना सिबिल स्कोर के लोन मिलना थोड़ा मुश्किल ज़रूर है, लेकिन नामुमकिन नहीं।
कई बैंक और फाइनेंशियल कंपनियाँ ऐसे लोगों के लिए भी रास्ते निकालती हैं।
आइए, समझते हैं कि बिना सिबिल स्कोर के भी आप लोन कैसे पा सकते हैं, और क्या-क्या विकल्प आपके पास हो सकते हैं।
बिना CIBIL Score के लोन क्यों नहीं मिलता?

सबसे पहले ये समझना ज़रूरी है कि बिना सिबिल स्कोर के लोन मिलने में दिक्कत क्यों आती है।
बैंक और फाइनेंशियल कंपनियों के लिए CIBIL Scoreएक तरह का सेफ्टी नेट (safety net) होता है।
ये उन्हें दिखाता है कि आप कितने भरोसेमंद हैं और आपका लोन चुकाने का पिछला रिकॉर्ड कैसा रहा है।
अगर आपका कोई CIBIL Score नहीं है, तो इसका मतलब है कि बैंकों के पास आपको परखने के लिए कोई जानकारी नहीं है।
उन्हें नहीं पता कि आपने पहले कभी कोई लोन समय पर चुकाया है या नहीं। इस वजह से, बैंक आपको लोन देने में जोखिम (risk) महसूस करते हैं।
उन्हें डर होता है कि अगर वे आपको लोन देंगे, तो शायद आप उसे समय पर न चुका पाएं।
इस जोखिम के चलते, वे या तो आपका लोन एप्लीकेशन (Loan Application) रद्द कर देते हैं, या फिर बहुत ऊँची ब्याज दर पर लोन देते हैं, ताकि उनके जोखिम की भरपाई हो सके।
इसलिए, अगर आपके पास कोई सिबिल स्कोर नहीं है, तो आपको ऐसे रास्तों पर ध्यान देना होगा जो बैंकों को ये भरोसा दिला सकें कि आप लोन चुकाने में सक्षम हैं और ईमानदार हैं, भले ही आपके पास कोई पिछला रिकॉर्ड न हो।
CIBIL Score स्कोर के लोन पाने के तरीके
अगर आपका कोई सिबिल स्कोर नहीं है, तो भी लोन पाने के कुछ भरोसेमंद तरीके हैं। ये तरीके बैंकों को आप पर भरोसा करने का एक नया रास्ता देते हैं।
सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड (Secured Credit Card):
यह उन लोगों के लिए सबसे अच्छा तरीका है जिनका कोई सिबिल स्कोर नहीं है या जो अपना क्रेडिट स्कोर बनाना चाहते हैं।
इसमें आपको बैंक में एक फिक्स्ड डिपॉज़िट (Fixed Deposit) जमा करनी होती है (मान लीजिए 20,000 रुपये)।
इस फिक्स्ड डिपॉज़िट के बदले बैंक आपको एक क्रेडिट कार्ड देता है, जिसकी क्रेडिट लिमिट (Credit Limit) आमतौर पर जमा की गई रकम का 80% तक होती है।
आप इस क्रेडिट कार्ड का ज़िम्मेदारी से इस्तेमाल करें और हर महीने बिल समय पर चुकाएं।
ऐसा करने से आपकी क्रेडिट हिस्ट्री (Credit History) बननी शुरू हो जाएगी और आपका सिबिल स्कोर धीरे-धीरे ऊपर उठने लगेगा।
कुछ ही महीनों में, जब आपका सिबिल स्कोर अच्छा हो जाएगा, तो आप दूसरे लोन के लिए आवेदन कर पाएंगे।
Small Personal Loans or Consumer Durable Loans:
आप किसी बैंक या NBFC से एक छोटा पर्सनल लोन लेने की कोशिश कर सकते हैं, जिसकी रकम कम हो।
कई बार ऐसे लोन बिना सिबिल स्कोर के भी मिल जाते हैं, खासकर अगर आपकी मासिक आय (Monthly Income) अच्छी और स्थिर हो।
इसके अलावा, आप कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन ले सकते हैं। ये लोन टीवी, फ्रिज, मोबाइल फोन (Mobile Phone) जैसे इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदने के लिए होते हैं।
ये लोन अक्सर छोटी रकम के होते हैं और इनकी EMI भी कम होती है, जिससे इन्हें चुकाना आसान होता है।
जब आप ऐसे लोन को समय पर चुकाते हैं, तो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री बननी शुरू हो जाती है।
गोल्ड लोन (Gold Loan):
अगर आपके पास सोना है, तो आप गोल्ड लोन ले सकते हैं। गोल्ड लोन एक सिक्योर्ड लोन होता है, जिसका मतलब है कि आप सोने को गिरवी रखकर लोन लेते हैं।
क्योंकि इसमें बैंक के पास गिरवी रखने के लिए कुछ होता है, इसलिए वे सिबिल स्कोर की इतनी परवाह नहीं करते।
गोल्ड लोन पर ब्याज दर भी अक्सर पर्सनल लोन से कम होती है और ये जल्दी मिल जाता है। गोल्ड लोन चुकाने से भी आपकी क्रेडिट हिस्ट्री बनना शुरू हो जाती है।
सेविंग पर लोन (Loan against Savings/FD):
अगर आपके पास बैंक में फिक्स्ड डिपॉज़िट (FD), LIC पॉलिसी (LIC Policy), या म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) जैसी बचत है, तो आप अपनी इन बचत पर लोन ले सकते हैं। बैंक आपकी जमा रकम या निवेश (Investment) के बदले लोन दे देते हैं।
ये लोन भी सिक्योर्ड होते हैं, इसलिए सिबिल स्कोर की ज़रूरत नहीं पड़ती। इन लोन पर ब्याज दर भी बहुत कम होती है और ये आपकी क्रेडिट हिस्ट्री बनाने में मदद करते हैं।
सह-आवेदक (Co-Applicant) या गारंटर (Guarantor) के साथ लोन
अगर ऊपर दिए गए तरीके आपके लिए काम नहीं करते, तो आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं जिसका सिबिल स्कोर अच्छा हो।
सह-आवेदक (Co-Applicant) के साथ लोन:
आप अपने माता-पिता, पति/पत्नी, या किसी भरोसेमंद रिश्तेदार को सह-आवेदक बना सकते हैं।
सह-आवेदक वह व्यक्ति होता है जो लोन चुकाने के लिए आपके साथ-साथ कानूनी रूप से ज़िम्मेदार होता है।
बैंक सह-आवेदक के सिबिल स्कोर और आय (Income) को देखते हैं। अगर सह-आवेदक का सिबिल स्कोर अच्छा है, तो लोन मिलने की संभावना बहुत बढ़ जाती है।
जब आप इस लोन को समय पर चुकाते हैं, तो आपका भी सिबिल स्कोर बनना शुरू हो जाता है।
गारंटर के साथ लोन:
कुछ लोन के लिए गारंटर की ज़रूरत होती है। गारंटर वह व्यक्ति होता है जो वादा करता है कि अगर आप लोन नहीं चुका पाए, तो वह आपकी जगह लोन चुकाएगा।
गारंटर का अच्छा सिबिल स्कोर होना ज़रूरी है। गारंटर के साथ लोन लेने से भी आपको बिना सिबिल स्कोर के लोन मिल सकता है।
यह ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है कि सह-आवेदक या गारंटर बनने वाले व्यक्ति के सिबिल स्कोर पर भी असर पड़ता है।
अगर लोन समय पर नहीं चुकाया गया, तो उनका सिबिल स्कोर भी खराब हो सकता है, इसलिए इस रास्ते को बहुत सोच-समझकर और भरोसेमंद रिश्तों के साथ ही अपनाएं।
Income और Bank Statement का महत्व
भले ही आपका कोई सिबिल स्कोर न हो, आपकी स्थिर आय (Stable Income) और आपके बैंक स्टेटमेंट (Bank Statement) बैंक के लिए बहुत मायने रखते हैं।
जब आप बिना सिबिल स्कोर के लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो बैंक आपकी मासिक आय को देखते हैं।
वे ये सुनिश्चित करना चाहते हैं कि आपके पास हर महीने लोन की किस्त (EMI) चुकाने के लिए पर्याप्त पैसा आता है।
आपकी नौकरी की स्थिरता, आपकी सैलरी (Salary) और आप कब से नौकरी कर रहे हैं, ये सब बातें देखी जाती हैं।
आपका बैंक स्टेटमेंट भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। बैंक आपके बैंक स्टेटमेंट को देखकर आपके खर्च करने और पैसे बचाने की आदत को समझते हैं।
वे देखना चाहते हैं कि आपके खाते में नियमित रूप से पैसा आ रहा है, आपके चेक बाउंस (cheque bounce) नहीं हुए हैं, और आप अपने बिल समय पर भरते हैं।
एक साफ़-सुथरा बैंक स्टेटमेंट (जिसमें अनियमित लेनदेन न हों) बैंक को आप पर भरोसा करने में मदद करता है।
इसलिए, अपने बैंक अकाउंट को हमेशा अच्छे से मैनेज करें।
Microfinance Institutions और सरकारी योजनाएं
भारत में कुछ Microfinance Institutions और सरकारी योजनाएं भी हैं जो ऐसे लोगों को लोन देती हैं जिनका कोई सिबिल स्कोर नहीं होता।
माइक्रोफाइनेंस संस्थाएं: ये संस्थाएं छोटे कारोबारियों और कम आय वाले लोगों को छोटे लोन देती हैं।
ये लोन अक्सर बिना सिबिल स्कोर के मिल जाते हैं, क्योंकि ये संस्थाएं आवेदक की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को देखती हैं, न कि सिर्फ सिबिल स्कोर को।
ये समूह में लोन देती हैं या व्यक्तिगत रूप से, और इनकी शर्तें थोड़ी अलग हो सकती हैं।
सरकारी योजनाएं: भारत सरकार ने कुछ योजनाएं भी शुरू की हैं जिनका मकसद उन लोगों को आर्थिक मदद देना है जिनकी क्रेडिट हिस्ट्री नहीं है या जो छोटे व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (Pradhan Mantri Mudra Yojana – PMMY) ऐसी ही एक योजना है, जिसमें छोटे व्यवसायों के लिए लोन दिया जाता है।
ऐसे लोन अक्सर बिना सिबिल स्कोर के मिल सकते हैं, क्योंकि इनका मकसद ही लोगों को पहली बार क्रेडिट देना होता है।
इन विकल्पों को आज़माने से पहले, इन संस्थाओं या योजनाओं की सभी शर्तों और नियमों को ध्यान से समझना बहुत ज़रूरी है।
उनकी ब्याज दरें और रीपेमेंट के नियम अलग हो सकते हैं।
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Conclusion
बिना सिबिल स्कोर के लोन पाना चुनौती भरा हो सकता है, लेकिन ये नामुमकिन नहीं है।
सबसे ज़रूरी बात ये है कि आप धैर्य (patience) रखें और सही तरीकों को अपनाएं।
सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड लेना, छोटे लोन लेकर उन्हें समय पर चुकाना, या सह-आवेदक के साथ लोन लेना ये सभी आपके लिए अपनी क्रेडिट हिस्ट्री बनाने और एक अच्छा सिबिल स्कोर पाने के पहले कदम हो सकते हैं।
एक बार जब आपका सिबिल स्कोर बन जाता है और अच्छा होने लगता है, तो भविष्य में आपको लोन और क्रेडिट कार्ड आसानी से और बेहतर शर्तों पर मिल पाएंगे।
इसलिए, बिना सिबिल स्कोर के निराश न हों, बल्कि इन तरीकों को अपनाकर अपने आर्थिक भविष्य को मज़बूत बनाएं।
याद रखें, वित्तीय अनुशासन (financial discipline) ही एक अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री की नींव है।
FAQ
“बिना सिबिल स्कोर” का क्या मतलब है?
इसका मतलब है कि आपने पहले कभी कोई लोन (Loan) या क्रेडिट कार्ड (Credit Card) नहीं लिया, इसलिए आपकी कोई क्रेडिट हिस्ट्री (Credit History) नहीं है।
अगर मैंने पहले कभी लोन नहीं लिया, तो क्या मुझे लोन मिल सकता है?
हाँ, आपको सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड (Secured Credit Card), गोल्ड लोन (Gold Loan), या सह-आवेदक (Co-Applicant) के साथ लोन जैसे विकल्पों से मिल सकता है।
अपना सिबिल स्कोर (CIBIL Score) बनाने का सबसे आसान तरीका क्या है?
एक सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड लें और उसके बिलों का भुगतान हमेशा समय पर (on time) करें।
क्या कोई रिश्तेदार मेरी लोन लेने में मदद कर सकता है?
हाँ, एक अच्छे सिबिल स्कोर वाले रिश्तेदार को सह-आवेदक या गारंटर (Guarantor) बनाकर आप लोन ले सकते हैं।
बिना सिबिल स्कोर वाले लोगों के लिए कौन से खास लोन होते हैं?
Microfinance Institutions और कुछ सरकारी योजनाएं जैसे प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (Pradhan Mantri Mudra Yojana) ऐसे लोगों को लोन देती हैं।