पिछले कुछ सालों में ‘क्रिप्टोकरेंसी’ (Cryptocurrency) शब्द ने पूरी दुनिया में हलचल मचा दी है।

बिटकॉइन (Bitcoin) से लेकर इथेरियम (Ethereum) तक, लाखों तरह की Cryptocurrency बाज़ार में आ चुकी हैं।

कई लोग इसे ‘भविष्य का पैसा’ कहते हैं, तो कुछ इसे एक बड़ा ‘जु़आ’ मानते हैं। Social media से लेकर न्यूज़ चैनलों तक, हर जगह इसकी चर्चा है।

लेकिन क्या Cryptocurrency वाकई एक निवेश (Investment) है? क्या इसमें पैसा लगाना FD या शेयरों में पैसा लगाने जितना सुरक्षित या समझदारी भरा है?

या यह सिर्फ़ एक trend है जिसमें लोग जल्दी अमीर बनने के लालच में फंस जाते हैं? इस सवाल का जवाब उतना सीधा नहीं है जितना लगता है।

आइए, इस पर गहराई से बात करते हैं।

Cryptocurrency क्या है?

सबसे पहले, हमें समझना होगा कि क्रिप्टोकरेंसी है क्या।

यह एक तरह का डिजिटल या वर्चुअल पैसा है जो क्रिप्टोग्राफी (Cryptography) नाम की तकनीक पर काम करता है।

यह किसी भी सरकार या बैंक के कंट्रोल में नहीं होता।

इसका लेन-देन एक ख़ास तकनीक पर होता है जिसे ब्लॉकचेन (Blockchain) कहते हैं।

Blockchain एक ऐसा डिजिटल लेज़र है जहाँ सभी लेन-देन रिकॉर्ड होते हैं, और कोई इसे बदल नहीं सकता।

क्रिप्टोकरेंसी का मकसद था पैसों के लेन-देन को तेज़, सस्ता और ज़्यादा सुरक्षित बनाना।

बिटकॉइन को 2009 में बनाया गया था ताकि लोग सीधे एक-दूसरे को पैसा भेज सकें, बिना किसी बैंक या सरकार के बीच में आए।

क्या यह ‘निवेश’ की परिभाषा में आता है?

निवेश वो होता है जहाँ आप पैसा लगाते हैं ताकि समय के साथ उसकी कीमत बढ़े और आपको फायदा हो।

शेयर, गोल्ड, ज़मीन, FD ये सब निवेश हैं। लेकिन Cryptocurrency के साथ मामला थोड़ा अलग है।

कीमत में भारी उतार-चढ़ाव (High Volatility):

Cryptocurrency की कीमत बहुत तेज़ी से ऊपर-नीचे होती है।

एक दिन में यह 20% बढ़ सकती है और अगले दिन 30% गिर भी सकती है।

यह उतार-चढ़ाव इतना ज़्यादा होता है कि यह किसी भी पारंपरिक निवेश से बिलकुल अलग है।

इतनी ज़्यादा अस्थिरता को देखते हुए, इसे एक स्थिर निवेश मानना मुश्किल है।

    कोई अंदरूनी मूल्य नहीं (No Intrinsic Value):

    सोने का एक अंदरूनी मूल्य होता है, क्योंकि यह गहने बनाने या इंडस्ट्री में काम आता है।

    किसी कंपनी के शेयर का मूल्य होता है क्योंकि वह कंपनी प्रोडक्ट बनाती है, सर्विस देती है और मुनाफ़ा कमाती है। लेकिन ज़्यादातर क्रिप्टोकरेंसी का कोई अंदरूनी मूल्य नहीं होता।

    उनकी कीमत सिर्फ़ इस बात पर निर्भर करती है कि कितने लोग उसे खरीद रहे हैं या बेच रहे हैं। यह एक तरह का सप्लाई (Supply) और डिमांड (Demand) का खेल है।

    अनियमित बाज़ार (Unregulated Market): दुनिया के ज़्यादातर देशों में क्रिप्टोकरेंसी का बाज़ार अभी भी सरकार या किसी फाइनेंस अथॉरिटी द्वारा पूरी तरह से नियंत्रित नहीं है।

    इसका मतलब है कि अगर कोई फ्रॉड (Fraud) होता है, या आपकी रकम डूब जाती है, तो आपको मदद मिलने की संभावना कम होती है।

    यह पारंपरिक शेयर बाज़ार या बैंकिंग सिस्टम से बिलकुल अलग है, जहाँ निवेशकों की सुरक्षा के लिए कई नियम-कानून होते हैं।

      इन बातों को देखते हुए, कई लोग क्रिप्टोकरेंसी को एक निवेश के बजाय ‘सट्टा’ (Speculation) या ‘हाई-रिस्क गैम्बल’ (High-Risk Gamble) मानते हैं।

      लोग इसमें क्यों पैसा लगाते हैं?

      इतने रिस्क के बावजूद, लाखों लोग क्रिप्टोकरेंसी में पैसा लगा रहे हैं। इसके कई कारण हैं:

      1. तेज़ रिटर्न की उम्मीद (Hope for Quick Returns): बिटकॉइन या दूसरी क्रिप्टोकरेंसी ने कुछ सालों में जो असाधारण रिटर्न दिए हैं, उन्होंने लोगों को आकर्षित किया है। लोगों को लगता है कि वे भी रातोंरात अमीर बन सकते हैं।
      2. डिजिटल भविष्य का विश्वास (Belief in Digital Future): कुछ लोग मानते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन ही भविष्य हैं, और ये पारंपरिक बैंकिंग सिस्टम को बदल देंगे। वे इसे एक नई तकनीक में निवेश के तौर पर देखते हैं।
      3. आसानी से पहुंच (Easy Accessibility): आजकल मोबाइल ऐप्स के ज़रिए क्रिप्टोकरेंसी खरीदना और बेचना बहुत आसान हो गया है। कोई भी व्यक्ति कुछ ही मिनटों में इसमें निवेश शुरू कर सकता है।
      4. महंगाई से बचाव (Inflation Hedge): कुछ लोग इसे महंगाई से बचाव का एक तरीका मानते हैं, खासकर जब सरकारों द्वारा बहुत ज़्यादा पैसा छापा जा रहा हो।
      5. स्वतंत्रता और गोपनीयता (Freedom & Privacy): चूंकि यह किसी सरकार या बैंक के कंट्रोल में नहीं है, तो कुछ लोग इसे वित्तीय स्वतंत्रता और गोपनीयता के प्रतीक के रूप में देखते हैं।

      Cryptocurrency में निवेश के Risk

      अगर आप इसमें पैसा लगाने की सोच रहे हैं, तो इन खतरों को समझना बहुत ज़रूरी है:

      1. पूरी रकम ज़ीरो हो सकती है (Total Loss): इसकी कीमत इतनी तेज़ी से गिर सकती है कि आपका पूरा पैसा ज़ीरो हो जाए। ऐसा कई छोटी क्रिप्टोकरेंसी के साथ हो चुका है।
      2. सरकार का बैन (Government Ban): कई देश क्रिप्टोकरेंसी पर पूरी तरह से बैन लगा सकते हैं या बहुत कड़े नियम ला सकते हैं, जिससे इसकी कीमत पर बहुत बुरा असर पड़ सकता है।
      3. साइबर हमले और हैकिंग (Cyber Attacks & Hacking): क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर हैकिंग का खतरा हमेशा बना रहता है। अगर आपका अकाउंट हैक हो गया, तो आप अपनी पूरी रकम खो सकते हैं।
      4. टेक्निकल ज्ञान की कमी (Lack of Technical Knowledge): इसे समझना थोड़ा मुश्किल है। अगर आपको ब्लॉकचेन, वॉलेट या एक्सचेंज की सही जानकारी नहीं है, तो गलती होने की संभावना बढ़ जाती है।
      5. भावनाओं से खेलना (Emotional Trading): इसकी कीमतों में इतनी तेज़ी से उतार-चढ़ाव आता है कि लोग अक्सर डर या लालच में आकर गलत फैसले ले लेते हैं।

      तो क्या यह बिल्कुल भी निवेश नहीं है?

      यह कहना शायद गलत होगा कि यह बिल्कुल भी निवेश नहीं है। कुछ लोग इसे ‘एसेट क्लास’ (Asset Class) मानते हैं, यानी निवेश का एक नया प्रकार।

      लेकिन इसे बहुत ही सावधानी और समझदारी के साथ करना चाहिए।

      • ‘डाइवर्सिफिकेशन’ (Diversification) के तौर पर: अगर आप बहुत ज़्यादा रिस्क ले सकते हैं और आपके पास पहले से दूसरे पारंपरिक निवेश (शेयर, गोल्ड, FD) हैं, तो आप अपनी कुल निवेश का बहुत छोटा हिस्सा (जैसे 1-5%) क्रिप्टोकरेंसी में लगा सकते हैं। इसे अपने पोर्टफोलियो को ‘डाइवर्सिफाई’ करने का एक तरीका माना जा सकता है।
      • लंबी अवधि का दृष्टिकोण (Long-Term View): अगर आप इसमें पैसा लगा रहे हैं, तो ‘आज लगाया, कल बेच दिया’ वाली सोच से बचें। इसे कम से कम 5-10 साल के लिए छोड़ दें, यह मानकर कि अगर डूब भी गया तो कोई बहुत बड़ा फर्क नहीं पड़ेगा।
      • सिर्फ उतना ही पैसा लगाएँ जितना खोने को तैयार हों (Only Invest What You Can Afford to Lose): यह शायद सबसे ज़रूरी सलाह है। अपनी सारी बचत या वो पैसा कभी न लगाएँ जिसकी आपको भविष्य में ज़रूरत पड़ सकती है।
      • पूरी रिसर्च करें (Do Your Research): किसी भी क्रिप्टोकरेंसी में पैसा लगाने से पहले उसके पीछे की technology, उसकी टीम और उसके इस्तेमाल के बारे में पूरी जानकारी जुटाएँ। ‘किसी ने बताया’ के भरोसे पर पैसा न लगाएँ।

      Conclusion

      Cryptocurrency एक हाई-रिस्क, हाई-रिवॉर्ड वाला क्षेत्र है। इसे पारंपरिक निवेश की तरह नहीं देखा जा सकता।

      इसमें अपार संभावनाएँ हैं, लेकिन जोखिम भी उतने ही बड़े हैं। अगर आप इसमें पैसा लगाते हैं, तो इसे एक ‘प्रयोग’ या ‘सट्टा’ मानें, न कि अपनी भविष्य की सुरक्षा के लिए एक भरोसेमंद निवेश।

      समझदारी यह है कि आप पहले अपने पारंपरिक निवेश (FD, PPF, शेयर मार्केट के अच्छे फंड्स) को मजबूत करें, एक emergency फंड बनाएँ, और कर्ज़ से आज़ादी पाएँ।

      उसके बाद, अगर आपके पास कुछ ‘extra’ पैसा है जिसे आप खोने को तैयार हैं, तो ही क्रिप्टोकरेंसी के बारे में सोचें।

      अपनी मेहनत की कमाई को बिना सोचे-समझे इस अनिश्चित बाज़ार में डालना समझदारी नहीं है।

      FAQ

      1. Cryptocurrency क्या है?

      Cryptocurrency एक डिजिटल पैसा है जो कंप्यूटर नेटवर्क पर काम करता है और किसी सरकार या बैंक के कंट्रोल में नहीं होता।

      2. क्या Cryptocurrency में पैसा लगाना सुरक्षित है?

      नहीं, Cryptocurrency में बहुत ज़्यादा उतार-चढ़ाव होता है और इसमें पैसा खोने का हाई रिस्क रहता है। यह सुरक्षित नहीं माना जाता।

      3. इसे निवेश क्यों नहीं मानना चाहिए?

      इसकी कीमत बहुत तेज़ी से बदलती है और इसका कोई अंदरूनी मूल्य नहीं होता। यह ज़्यादातर सट्टेबाजी की तरह काम करता है, निवेश की तरह नहीं।

      4. क्या सरकार इसे कंट्रोल करती है?

      दुनिया के ज़्यादातर देशों में अभी तक क्रिप्टोकरेंसी को पूरी तरह से कंट्रोल नहीं किया गया है, जिससे निवेशकों के लिए सुरक्षा कम होती है।

      5. अगर कोई निवेश करना चाहे तो क्या करे?

      अगर आप बहुत ज़्यादा रिस्क ले सकते हैं, तो अपनी कुल बचत का बहुत छोटा हिस्सा ही इसमें लगाएँ और सिर्फ उतना ही पैसा लगाएँ जितना आप खोने को तैयार हों। पहले अपने दूसरे सुरक्षित निवेशों को मजबूत करें।

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